पाकिस्तान में अस्थिरता के कारण भारत "दो प्रमुख खतरों" का सामना कर रहा है, दिल्ली स्थित थिंक टैंक इमेजइंडिया इंस्टिट्यूट के अध्यक्ष रोबिन्दर सचदेव ने एक रूसी मीडिया को बताया।
सबसे पहले सचदेव ने कहा कि पाकिस्तान "भारत-पाकिस्तान की सीमा पर किसी विदेशी झंडे का इस्तेमाल करते हुए किसी अभियान का आयोजन कर सकता है, जो बाद में भारत पर आरोपों का कारण बनेगा।“
इसके साथ उनका मानना है कि "पाकिस्तान में चरमपंथी ताकतें भारत में स्लीपर सेलों के साथ भारतीय क्षेत्र पर बड़ा हमला कर सकती हैं।“
"इस तरह के हमले के कारण पाकिस्तान में चरमपंथियों पर पिनपॉइंट हमले सहित भारत की तुरंत मजबूत प्रतिक्रिया और चेतावनी सामने आएंगी। भारत का पिनपॉइंट हमला पाकिस्तानी जनता का ध्यान आकर्षित करके एक बार और पाकिस्तान के लोगों को एकजुट करेगा," उन्होंने समझाया।
इससे पहले एक भारतीय मीडिया ने भारतीय रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने भारत-पाकिस्तान की सीमा पर सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया है।
इस प्रकाशन के अनुसार, भारतीय सैन्य अधिकारी हाल की घटनाओं के संदर्भ में पाकिस्तान में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं, उन्हें डर है कि खान की गिरफ्तारी के बाद इस से संबंधित घटनाओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए पाकिस्तानी सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैन्य उकसाव कर सकती है।
याद दिलाएं कि खान के अलावा, पाकिस्तानी पुलिस ने तहरीक-ए-इंसाफ के उपाध्यक्ष फवाद चौधरी को, इस दल के महासचिव असद उमर को और पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को गिरफ्तार किया। लेकिन गुरुवार को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी को अवैध घोषित करके उनकी तत्काल रिहाई का आदेश दिया।