पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 9 मई को देश में हुई हिंसा की सार्वजनिक रूप से निंदा करनी चाहिए क्योंकि उनकी गिरफ्तारी के बाद सरकारी इमारतों और सैन्य स्थलों पर हमले हुए थे।
दरअसल स्थानीय मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में आरिफ अल्वी ने कहा कि हिंसा के लिए जिम्मेदार उपद्रवियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
वहीं पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कहा कि 9 मई की घटना देश के इतिहास में एक काले दिन के रूप में याद की जाएगी। यह एक सुनियोजित साजिश के तहत की गई थी और भविष्य में इन दुखद घटनाओं को फिर से करने की अनुमति किसी भी कीमत पर नहीं दी जाएगी।
“किसी को भी हमारे शहीदों और उनके स्मारकों का अनादर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वे सशस्त्र बलों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों, सरकारी अधिकारियों और पाकिस्तान के लोगों लिए प्रेरणा और गर्व के स्रोत हैं,” सेना प्रमुख ने कहा।
इस बीच शुक्रवार को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोर्ट रूम के अंदर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि देश की मौजूदा स्थिति पिछले 35 वर्षों में सबसे खराब है, और नागरिक अधिकारों का उल्लंघन किया गया है इसलिए वे अंत तक लड़ाई जारी रखेंगे।