इसरो के अनुसार उड़ान के करीब 20 मिनट बाद रॉकेट ने नौवहन उपग्रह को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में लगभग 251 किलोमीटर की ऊंचाई पर सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया है।
"NVS-01 भारत के नाविक (NavIC) सैटेलाइट सीरीज का पहला उपग्रह है। यह मिशन स्वदेशी क्रायोजेनिक चरण के साथ भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान (GSLV) की छठी परिचालन उड़ान है। अब हमारे पास और भी बड़े पेलोड लॉन्च करने की क्षमता है," इसरो ने कहा।
मिली जानकारी के मुताबिक अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा दूसरी पीढ़ी के नेविगेशन उपग्रह श्रृंखला को एक महत्वपूर्ण प्रक्षेपण के रूप में डिजाइन किया गया है, जो नाविक (जीपीएस की तरह भारत की स्वदेशी नौवहन प्रणाली) सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित करेगी। यह उपग्रह भारत और आसपास के लगभग 1,500 किलोमीटर के क्षेत्र में तात्कालिक स्थिति और समय संबंधी सेवाएं प्रदान करेगा।