उसकी रिपोर्ट में कहा गया कि रूसी क्षेत्र में आए तीन माइन-रेसिस्टेंट एंबुश प्रोटेक्टेड व्हीकल्स (MRAPs) अमेरिका द्वारा यूक्रेन को दिए गए थे, जबकि चौथा पोलैंड से मिला था।
अखबार ने सत्यापित तस्वीरों का हवाला देते हुए कहा कि आतंकवादियों के पास बेल्जियम और चेक गणराज्य द्वारा बनाई गई राइफलें और कम से कम एक AT-3 टैंक-विरोधी हथियार थे, जिसका इस्तेमाल अमेरिकी और पश्चिमी सैनिकों द्वारा किया जाता है। रिपोर्ट में यूक्रेन में दो अमेरिकी सैनिकों के हवाले से कहा गया है कि BREN और SCAR राइफलें "आम तौर पर" यूक्रेनी आतंकवादियों और विदेशी सैनिकों को दी जाती हैं।
22 मई को बेल्गोरोद क्षेत्र के गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लैडकोव ने कहा था कि एक यूक्रेनी आतंकी समूह ने रूसी सीमा क्षेत्र के ग्रयवोरोंस्कीय जिले के क्षेत्र पर आक्रमण किया था। गवर्नर ने आतंकवाद विरोधी अभियान की घोषणा की है। अगले दिन रूस ने कहा कि उसने हमले को रोका था और फुटेज जारी किया जिस पर हमलावरों के कई जले हुए बख्तरबंद वाहन और गोला-बारूद के विस्फोट से सामने आए गड्ढों में फंस गए अमेरिका-निर्मित Humvees दिखाई दिए।
यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टेट ने सर्वप्रथम कहा था कि वह उन रिपोर्टों को लेकर "संदेह" जताता है कि बेल्गोरोद क्षेत्र पर आक्रमण में अमेरिका द्वारा दिए गए हथियारों का प्रयोग किया गया था। बाद में अमेरिकी ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल मार्क मिल्ले ने कहा कि उनकी टीम वह जानने के लिए यूरोपीय कमांड (EUCOM) के साथ काम कर रही है कि आक्रमण में अमेरिका द्वारा दिए गए सैन्य उपकरणों का प्रयोग किया गया था या नहीं।