सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम (SPIEF) प्रतिभागियों को सतत विकास के हितों में सर्वोत्तम प्रथाओं और विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करने के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करता है।
साल 2022 में आयोजित फोरम में 130 देशों के 14,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया था, जिसमें अनुमानित 5.6 ट्रिलियन रूबल के लगभग 695 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे।
साल 2022 में आयोजित फोरम में 130 देशों के 14,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया था, जिसमें अनुमानित 5.6 ट्रिलियन रूबल के लगभग 695 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे।
सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम क्या है?
1997 में अपनी शुरुआत से सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण व्यावसायिक मंच में से एक है। पिछले 25 वर्षों में, फोरम ने वैश्विक आर्थिक एजेंडे पर प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया है। साल 2006 से, यह रूसी संघ के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के तत्वावधान और भागीदारी में आयोजित किया गया है।
SPIEF का आयोजन कब होने वाला है?
अर्थशास्त्र और व्यापार की दुनिया में एक अनूठा आयोजन यानी 26वां सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम 14 से 17 जून 2023 को होने वाला है। पिछले वर्षों की तरह, व्यापार कार्यक्रम वैश्विक और रूसी अर्थव्यवस्थाओं, सामाजिक मुद्दों और तकनीकी विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा।
SPIEF में कौन भाग लेने वाला है?
अरब, भारत, चीन, यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन (ECF), आसियान, लैटिन अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के विदेशी भागीदारों के साथ व्यापार संवाद के प्रारूप में मंच के ढांचे के भीतर छह द्विपक्षीय व्यापार कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है।
दरअसल साल 2023 में, आयोजित होने वाले सेंट पीटर्सबर्ग अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक फोरम में भागीदारी के लिए एक ही पैकेज उपलब्ध होगा। हालाँकि सेंट पीटर्सबर्ग अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक फोरम (SPIEF) 2023 के पूर्ण सत्र की बैठक में भाग लेने का अधिकार भागीदारी पैकेज में शामिल नहीं है और केवल विशेष आमंत्रण द्वारा ही दिया जाता है।
कौन से विषय एजेंडे में हैं और क्या अपेक्षित है?
SPIEF 2023 का आयोजन न्यायपूर्ण विश्व की नींव के रूप में "संप्रभु विकास" को बढ़ावा देने के मुख्य उद्देश्य के तहत किया जाएगा। एसपीआईईएफ कार्यक्रम में 150 से अधिक सत्र, मास्टर कक्षाएं और व्यावसायिक बैठकें होंगी। इस दौरान प्रतिभागी आधुनिक समय की वास्तविकता में रूसी अर्थव्यवस्था के विकास पर चर्चा करेंगे, ऐसे समय में जब यूक्रेन संकट पर अमेरिकी नेतृत्व वाले पश्चिमी देशों के एक समूह द्वारा व्यापक प्रतिबंधों का सामना रूस कर रहा है।
गौरतलब है कि भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी चर्चा की जाएगी। "एक बहुध्रुवीय विश्व में कूटनीति की भाषा" एजेंडे के विषयों में से एक है। प्रतिभागी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, निर्यात-आयात लेन-देन के उभरते नए स्वरूपों पर ध्यान देंगे जो मित्र देशों के बीच आर्थिक, वित्तीय, मानवीय और सांस्कृतिक एकीकरण की सुविधा के लिए काम कर सकते हैं।
इस समय नई आर्थिक वास्तविकता में ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) ब्लॉक के क्षेत्र में भागीदारी पर चर्चा की जाएगी।