प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मानवता के लिए खतरा बताते हुए आतंकवाद की कड़ी निंदा की और कहा कि इस मुद्दे को संबोधित करते समय अस्पष्टता या झिझक के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
"आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इससे निपटने में कोई किंतु-परंतु नहीं हो सकता। हमें आतंक को प्रायोजित और निर्यात करने वाली ऐसी सभी ताकतों पर काबू पाना होगा," प्रधानमंत्री ने गुरुवार को यूएस कैपिटल हिल में अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा।
साथ ही मोदी ने आतंकवाद से निपटने के लिए दृढ़ कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "मुंबई में 26/11 आतंकी हमले के एक दशक से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कट्टरवाद और आतंकवाद अभी भी पूरी दुनिया के लिए खतरा बना हुआ है। ये विचारधाराएं नई-नई पहचान और रूप लेती रहती हैं लेकिन उनके इरादे एक ही रहते हैं।"
"वैश्विक व्यवस्था संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के सम्मान, विवादों के शांतिपूर्ण समाधान और संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान पर आधारित है," प्रधानमंत्री मोदी ने कहा।
गौरतलब है कि भारत के इतिहास के सबसे भयानक आतंकवादी हमलों में से एक, 26 नवंबर, 2008 को मुंबई के कई प्रमुख स्थानों पर हथियारों से लैस आतंकवादियों के हमले में 166 लोग मारे गए थे, जबकि 300 से अधिक घायल हो गए थे।