टाइटेनिक पर्यटन पनडुब्बी के मलबों की पहली तस्वीरें बुधवार को खींची गईं, जब उसको कनाडा के न्यूफाउंडलैंड में सेंट जॉन्स हार्बर में उठाया गया।
तस्वीरों में विस्फोट से दबाव के कारण हुई क्षति को दिखाया गया है, जिसके कारण पिछले सप्ताह टाइटन पनडुब्बी में सवार पांच लोगों की मौत हो गई थी। बरामद किए गए टुकड़ों में से कई टुकड़ों को नुकसान पहुंचाया गया था जबकि अन्य टुकड़े पूरी तरह से नष्ट हो गए थे।
अमेरिकी तट रक्षक बल ने मलबों की तलाश करने के लिए पूरे सप्ताह काम किया। सब से पहले अधिकारियों को आशा थी कि पनडुब्बी समुद्र के तल पर कहीं फंस गई थी और उसे बचाया जा सकता था। हालाँकि, जब मलबे मिले थे तो यह स्पष्ट हो गया था कि जहाज पर कोई भी जीवित नहीं बचा था।
टाइटेनिक की विशेष यात्रा की लागत प्रति व्यक्ति 250 हजार डॉलर थी और यह टाइटेनिक के मलबों तक उस जहाज की 14वीं यात्रा थी। जांचकर्ताओं का मानना है कि जहाज पर क्युमुलेटिव दबाव के कारण विस्फोट हुआ था जिससे यात्रियों की तुरंत मौत हो गई थी।
बरामद मलबों के अलावा, यह भी बताया गया है कि अमेरिकी तट रक्षक बल को कुछ "अनुमानित मानव अवशेष" भी मिले हैं। चिकित्सक औपचारिक विश्लेषण करेंगे।
जब अमेरिकी तट रक्षक बल मलबों को उठाना खत्म करेगा और साक्षात्कार आयोजित करेगा, समुद्री जांच बोर्ड सार्वजनिक सुनवाई करेगा और रिपोर्ट जारी करेगा। सुनवाई और रिपोर्ट की तारीख अभी जारी नहीं की गई है।
टाइटन पनडुब्बी की त्रासदी की जांच में 18 से 24 महीने लग सकते हैं, पानी के नीचे चलनेवाले जहाजों के डिजाइनर और विशेषज्ञ कार्ल हार्ट्सफील्ड का हवाला देते हुए एक अमेरिकी मीडिया ने लिखा।
उनके अनुसार, ध्यान उस पर दिया जाएगा कि पनडुब्बी के किन टुकड़ों को नुकसान हुआ था, कार्बन फाइबर और टाइटेनियम के टुकड़े यानी पानी के नीचे चलनेवाले जहाज की सामग्री कैसे जुड़े थे, और क्या किसी इलेक्ट्रॉनिक जानकारी को बहाल किया जा सकता है।