वाइल्डलाइफ एसओएस टीम को दिल्ली के सैनिक फार्म में एक भारतीय रॉक अजगर की मौजूदगी के बारे में 24×7 आपातकालीन हेल्पलाइन पर एक कॉल मिली। सांप को एक परित्यक्त इमारत के अंदर बेसुध पड़ा देखा गया, जिसके बाद एनजीओ की रैपिड रिस्पांस यूनिट तेजी से उस स्थान पर पहुंची।
पहुंचने पर बचावकर्मियों ने सांप को रेफ्रिजरेटर के पीछे देखा और लगभग 6 फुट लंबे अजगर को बिना किसी तनाव के सावधानीपूर्वक बाहर निकाला।
साथ ही वाइल्डलाइफ एसओएस को लोधी गार्डन के पास अमृता शेरगिल मार्ग पर एक भारतीय कोबरा (चश्माधारी कोबरा) की उपस्थिति के बारे में सतर्क किया गया था। लगभग 5 फीट लंबा कोबरा एक आवास के बगीचे के अंदर एक झाड़ी में लिपटा हुआ था। साँप की जहरीली प्रकृति, झाड़ी की घनी प्रकृति के साथ मिलकर कम दृश्यता में योगदान करती है। इसलिए कोबरा को सुरक्षित करने और उसकी भलाई सुनिश्चित करने में बचावकर्ता को लगभग 30 मिनट लग गए।
इसके अतिरिक्त वाइल्डलाइफ एसओएस ने वसंत कुंज के ग्रांड होटल से एक धामन सांप को बचाया, उसके बाद उसी दिन दरियागंज से एक काले सिर वाले शाही सांप को बचाया। चारों सांप फिलहाल एनजीओ की निगरानी में हैं और जल्द ही उन्हें वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
''बारिश हमेशा दिल्ली-एनसीआर में सांपों की बढ़ती संख्या से जुड़ी होती है। सांप बिलों के अंदर आश्रय लेते हैं लेकिन भारी बारिश के कारण उनके बिलों में पानी भर जाता है। यह अक्सर सरीसृपों को उनके प्राकृतिक आवासों से विस्थापित कर देता है, जिससे उन्हें मानव-आबादी वाले क्षेत्रों में आश्रय लेना पड़ता है। लेकिन हमारी टीम विशेषज्ञता के साथ ऐसी स्थितियों से निपटने में कुशल है'', वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा।