एनालिटिक्स फर्म केप्लर में क्रूड विश्लेषण के प्रमुख विक्टर कटोना ने कहा कि जून में तेल आयात की दैनिक मात्रा बढ़कर 2.2 मिलियन बैरल प्रति दिन हो गई, जो लगातार 10वें महीने बढ़ रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के स्वामित्व वाली इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन पिछले दो महीनों में रूसी कच्चे तेल की सबसे बड़ी खरीदार रही है, इसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड है।
इससे पहले, पिछले महीने केप्लर ने बताया था कि मई में भारत के तेल आयात में मास्को का हिस्सा 46% था, जो कि यूक्रेन संकट से पहले 2% से भी कम था।
बता दें कि मई में, भारत में रूसी तेल का आयात लगभग 1.95 मिलियन बैरल प्रति दिन (BPD) था, जिससे इराक और सऊदी अरब से खरीद में गिरावट आई। दरअसल भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता और आयातक देश है, जो अपना 80 प्रतिशत से अधिक तेल विदेशी बाजारों से खरीदता है।