मंत्रालय के मुताबिक जनवरी से मई तक अवधि में द्विपक्षीय व्यापार की मात्रा 3.8 गुना बढ़कर रिकार्ड 27.1 अरब डॉलर हो गई।
यह भारत द्वारा रूसी वस्तुओं की खरीद में 3.9 गुना बढ़ोतरी की पृष्ठभूमि में हुआ जिससे द्वीपक्षीय कारोबार 26.5 अरब डॉलर तक पहुँच गया, जिससे रूस देश का दूसरा सबसे बड़ा माल आयातक रह पाया। इसके अलावा रूस को भारतीय उत्पादों का निर्यात भी तेजी से बढ़ गया: 2.6 गुना वृद्धि से भारत से रूस में निर्यात 63.9 करोड़ डॉलर तक पहुँच गया।
जनवरी-मई में संयुक्त अरब अमीरात और भारत के बीच कारोबार 11 फ़ीसदी घटकर 24.2 अरब डॉलर हो गया, जिसके परिणामस्वरूप देश चौथे स्थान पर आ गया। सऊदी अरब के साथ भारत का कारोबार 18.3 अरब डॉलर है जो पिछले साल की तुलना में 9.1 प्रसतीशत कम है, जिससे यह देश पाँचवें स्थान पर आया।