रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) और रूसी रेल इन्फ्रा प्रमुख ट्रांसमैशहोल्डिंग (TMH) ने नई दिल्ली में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
आरवीएनएल और टीएमएच के बीच इस समझौते के अनुसार किनेट रेलवे सॉल्यूशंस लिमिटेड (Kinet Railway Solutions Limited) संयुक्त उद्यम कंपनी स्थापित की जाएगी, जो भारतीय रेलवे की जरूरतों के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस के निर्माण और उसके बाद के रखरखाव के लिए एक परियोजना को लागू करेगा।
समझौते में बताया गया है कि आरवीएनएल के पास 25 फीसदी हिस्सेदारी होगी, टीएमएच के पास 70 फीसदी हिस्सेदारी और ज्वाइंट स्टॉक कंपनी लोकोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स (Joint Stock Company Locomotive Electronic Systems) के पास 5 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
भारतीय रेलवे (Indian Railways) द्वारा आयोजित एक निविदा का परिणाम 1 मार्च, 2023 को सामने आया है जिसके तहत आरवीएनएल और टीएमएच को वंदे भारत स्लीपर के साथ 120 16-कार लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक ट्रेनों का निर्माण करने का अधिकार प्राप्त हुआ।
समझौते के तहत ट्रेनों का निर्माण 5 साल के भीतर भारत के महाराष्ट्र के लाटौर शहर में किया जाना है। साथ ही, 35 साल तक इनका रखरखाव भी आरवीएनएल और टीएमएच के बनाए ज्वाइंट वेंचर को करना होगा।
परियोजना कार्यान्वयन का अगला चरण भारतीय रेलवे के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करना है।
ट्रांसमैशहोल्डिंग रूस की सबसे बड़ी डेवलपर और आधुनिक मल्टी-यूनिट रोलिंग स्टॉक की निर्माता है। नए उत्पाद नमूनों के निर्माण पर काम टीएमएच के भीतर संचालित इंजीनियरिंग केंद्रों "टीएमएच इंजीनियरिंग" और "टीएमएच इंजन बिल्डिंग सेंटर" द्वारा किया जाता है, जिनके डिवीजन रूस के 10 शहरों में स्थित हैं और कुल 1,300 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं।