यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

तुला पैराट्रूपर्स को आर्टेमोव्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी नव-नाज़ियों को नष्ट करते हुए देखें

यूक्रेनी प्रतिउत्तरी आक्रमण के प्रारंभ को 60 दिन से अधिक समय बीत चुका है। इस अंतराल में यूक्रेन किसी भी दिशा में सफल नहीं हो पाया। यूक्रेनी सेना को सैनिकों और विभिन्न हथियारों का भारी नुकसान हुआ।
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रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा, रूसी एयरबोर्न फोर्सेस के सैनिकों के एक समूह ने अर्टोमोव्स्क (बखमुत) के पास यूक्रेनी राष्ट्रवादियों की एक इकाई को नष्ट कर दिया।
ड्रोन के माध्यम से तुला पैराट्रूपर्स की टोही इकाइयों के एक समूह ने एक वन वृक्षारोपण में यूक्रेन के सशस्त्र बलों के एक प्लाटून गढ़ की खोज की। कमांडरों ने बख्तरबंद वाहनों के माध्यम से यूक्रेनी उग्रवादियों पर आक्रमण करने का निर्णय लिया।
“BMD-4M के लड़ाकू दल ने बंद फायरिंग पोजीशन से उस क्षेत्र पर गोलीबारी की, जहां यूक्रेनी राष्ट्रवादी थे। यूक्रेन के सशस्त्र बलों के सैनिकों के दल बहुतायत मात्रा में नष्ट हो गये," रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि बाकी यूक्रेनी सैनिक अपने हथियार और उपकरण छोड़-छाड़कर जल्दी ही भाग खड़े हुए।
यूक्रेन संकट
यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान के पर्दे के पीछे
रूस ने 24 फरवरी, 2022 को डोनेट्स्क और लुगांस्क पीपुल्स रीपब्लिकों द्वारा यूक्रेनी उकसावों के खिलाफ उनको बचाने में मदद की अपील के बाद यूक्रेन में अपना विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था। रूस की कार्रवाइयों के जवाब में अमेरिका सहित पश्चिमी देशों ने मास्को के खिलाफ व्यापक प्रतिबंध अभियान चलाया है और यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति कर रहे हैं।
30 सितंबर, 2022 को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और डोनेट्स्क और लुगांस्क जनवादी गणराज्यों के साथ-साथ खेरसॉन और ज़पोरोज्ये क्षेत्रों के प्रमुखों ने जनमत संग्रह के बाद, जिसमें भारी बहुमत स्थानीय लोगों ने रूस का हिस्सा बनने का समर्थन किया था, इन क्षेत्रों के रूस में प्रवेश पर समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।
कई स्थगनों के बाद जून की शुरुआत में यूक्रेन ने अपना बहुप्रचारित जवाबी हमला शुरू किया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बार-बार कहा है कि यूक्रेनी सैनिक दक्षिण डोनेट्स्क, आर्टेमोव्स्क (बखमुत) और जपोरोज्ये दिशाओं में आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनको सफलता नहीं मिली।
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