रूस के बौद्ध संघ के प्रमुख लामा लामा दंबा आयुषीव ने ‘पंडितो खंबो लामा दशी-दोरज़ो इतिगेलोव का जीवन-दर्शन’ सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान भाषण देते हुए यह बात रखी।
"हमारे बौद्ध आज रूसी दुनिया के लिए, स्लाव दुनिया के लिए लड़ रहे हैं ताकि अपनी मंगोलियाई दुनिया को बनाए रखा जाए। और जब देश एक कठिन स्थिति में होता है, तो बुरातिया की [सैन्य] इकाइयों सहित हमारे बौद्ध पूरे यूरोप और पश्चिम के सामने हमारे हितों की रक्षा करते हैं। हमें इस पर गर्व है," आयुषीव ने कहा।
यह सम्मेलन 17 से 19 अगस्त तक रूस के उलान-उडे शहर में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध फ़ोरम ‘पारंपरिक बौद्ध धर्म और आधुनिकता की चुनौतियाँ’ के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया है। इसमें वियतनाम, भारत, चीन, मंगोलिया, म्यांमार, नेपाल, थाईलैंड, श्रीलंका और अन्य बौद्ध देशों के मेहमान सम्मिलित होते हैं। कुल मिलाकर 80 से अधिक विदेशी प्रतिभागी हैं जैसे - चीन, मंगोलिया के बौद्ध विश्वविद्यालयों के रेक्टर, वैज्ञानिक और सार्वजनिक संगठनों के प्रतिनिधि, शाओलिन मठ के भिक्षु ।
फ़ोरम के आयोजकों में रूस के बौद्ध पारंपरिक संघ, बुरातिया प्रदेश की सरकार, रोसकांग्रेस फाउंडेशन हैं। फ़ोरम का उद्देश्य बौद्ध धर्म, बौद्ध संस्कृति, दर्शन और अभ्यास के विकास की व्यापक चर्चा के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय संवाद के लिए एक नए मंच का निर्माण करना है। यह फ़ोरम बुरातिया प्रदेश की 100वीं वर्षगांठ के जश्न के हिस्से के रूप में आयोजित किया जाता है।