मीडिया में यह बात सामने आई है कि यूक्रेन को चौथी पीढ़ी का अमेरिकी F-16 लड़ाकू विमान तीसरे देशों से मिलेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार कैनेडी जूनियर ने सोशल नेटवर्क प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) में इस पर अपनी टिप्पणी की।
"रक्षा उद्योग के लिए एक बढ़िया निश्चय है, लेकिन यूक्रेन और मानव जाति के लिए एक आपदा। [यूक्रेन संघर्ष को लेकर] शांति वार्ता क्यों नहीं आयोजित करें?" कैनेडी जूनियर ने लिखा।
कैनेडी जूनियर के अनुसार F-16 लड़ाकू विमानों की आपूर्ति "यूक्रेनी सेना के पतन को नहीं रोकेगी (...) इन लड़ाकू विमानों के लिए [पायलट] प्रशिक्षण और रखरखाव करने की आवश्यकता होती है। यह कोई फिल्म नहीं है।"
इससे पहले अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने Sputnik को बताया था कि वाशिंगटन ने F-16 विमानों को डेनमार्क और नीदरलैंड से यूक्रेन में स्थानांतरित करने को स्वीकृति दी है। व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि यूक्रेनी पायलटों का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद यूक्रेन को अमेरिकी निर्मित F-16 लड़ाकू विमान मिलेंगे।
यूक्रेन में हथियारों की आपूर्ति को लेकर रूस नाटो देशों को एक नोट भेज चुका है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लवरोव ने कहा कि अमेरिका और उसके नाटो सहयोगी रूस के साथ सीधे सशस्त्र संघर्ष का खतरा उत्पन्न करते हैं, जिसके परिणाम विनाशकारी हो सकते हैं। उनके अनुसार चूंकि F-16 लड़ाकू विमान परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं, इसलिए रूस यूक्रेन को इन विमानों की आपूर्ति को पश्चिम की ओर से परमाणु क्षेत्र में एक खतरे के रूप में मानेगा।