"प्रथम अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध मंच एक सफल मंच है, जहाँ हम सभी बौद्ध धर्म के पारंपरिक और आधुनिक अर्थ पर चिंतन करने के लिए 10 से अधिक देशों से एकत्र हुए," जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त डॉ जेगमेट स्पालडन ने कहा।
"समकालीन युग में, हम पहले से ही आधुनिकीकरण या वैश्वीकरण के नकारात्मक परिणामों से जूझने की कगार पर हैं इसलिए 'एप्लाइड बौद्ध धर्म' एक समाधान है जिससे हम शांतिपूर्ण विश्व व्यवस्था कायम कर सकते हैं," डॉ स्पालडन ने कहा।
साथ ही उन्होंने रेखांकित किया कि "इस तरह का मंच वैश्विक मुद्दों को सुलझाने के लिए समाधान लाता है। इसलिए मैं ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन के लिए रूसी संघ और बुर्यातिया गणराज्य की पूरी आयोजन टीम को धन्यवाद देना चाहता हूं। हमें भी गर्मजोशी से स्वागत और आतिथ्य प्राप्त हुआ है।"
बता दें कि 16 से 19 अगस्त, 2023 को आयोजित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध मंच पर वर्तमान सामाजिक-आर्थिक विकास के संदर्भ में बौद्ध धर्म के दर्शन, मूल्यों, इतिहास, आधुनिकता और वैज्ञानिक स्वभाव के बारे में विस्तार से चर्चा हुई है।