ब्रिक्स देशों द्वारा स्थापित विकास बैंक अक्टूबर तक अपना पहला भारतीय रुपया बांड जारी करने की योजना बना रहा है। मुख्य परिचालन अधिकारी ने कहा कि ऋणदाता स्थानीय मुद्राओं में बढ़ोत्तरी और अधिक ऋण देने के दबाव में है।
"न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) ने पिछले हफ्ते दक्षिण अफ्रीका में अपना पहला रैंड बांड जारी किया और इसके सदस्य ब्राजील, रूस और संयुक्त अरब अमीरात में स्थानीय मुद्रा जारी करने पर विचार कर सकते हैं, व्लादिमीर काज़बेकोव ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले एक प्रेस वार्ता में यह बात कही।
साथ ही उन्होंने कहा कि "हम भारत में अक्टूबर तक भारतीय रुपया बॉन्ड जारी करने की योजना बना रहे हैं। अब हम गंभीरता से इस पर सोच रहे हैं क्योंकि एक सदस्य देश की मुद्रा का उपयोग दूसरे सदस्य देश की उस मुद्रा से परियोजनाओं को वित्तपोषित करने के लिए किया जाएगा।"
बता दें कि साल 2015 में स्थापित, एनडीबी ब्रिक्स देशों की सबसे ठोस उपलब्धि है, क्योंकि इस गुट के सदस्य देश पश्चिम के विपरीत बहुध्रुवीय दुनिया का समर्थन करता है।