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भारतीय कुश्ती महासंघ की चुनाव के बाद सदस्यता पुनर्स्थापित हो जाएगी: खेल पत्रकार

विश्व कुश्ती की नियामक संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) की सदस्यता को समय पर चुनाव न करा पाने के कारण अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया था।
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भारतीय पहलवान आगामी विश्व चैंपियनशिप में भारतीय ध्वज के नीचे किसी भी प्रतिस्पर्धा में भाग नहीं ले पाएंगे, उन्हें 'तटस्थ एथलीटों' के रूप में भाग लेना होगा। WFI को पहले जनवरी में और फिर मई में भी निलंबित कर दिया गया था जब भारत के शीर्ष पहलवानों ने इसके तत्कालीन अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था।
भारतीय मीडिया में कार्यरत वरिष्ट पत्रकार साबी हुसैन ने भारतीय कुश्ती महासंघ पर लगे बैन के बारे में बताया कि अगर चुनाव जल्द से जल्द हो जाते हैं तो कुश्ती महासंघ की सदस्यता अपने आप पुनर्स्थापित हो जाएगी।
Sputnik India ने भारतीय खेल पत्रकार साबी हुसैन से बात की जिन्होंने WFI पर हालिया लगे बैन के बारे में बात करते हुए बताया कि बैन के बाद एक एथलीट अपने राष्ट्रीय ध्वज के तले नहीं खेल सकेगा जो उनके लिए बहुत बड़ी निराशाजनक बात है क्योंकि हर खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा में जीतने के बाद अपने देश के राष्ट्रगान को सुनना चाहता है।

बैन के बाद क्या होगा?

खेल पत्रकार हुसैन ने कहा कि जब बैन के बाद भारतीय खिलाड़ी भारतीय राष्ट्रगान नहीं सुन सकेंगे और अगर वे पदक जीतते हैं तो भी ट्राई कलर ऊपर नहीं जाएगा तब भारतीय एथलीटों के लिए यह बहुत निराशाजनक होगा और एक खिलाड़ी के स्तर पर आप कल्पना कर सकते हैं जब आप पदक जीतते हैं तो तिरंगे को ऊपर उठते देखना और राष्ट्रगान बजाते देखना चाहते हैं।
"यह प्रतिबंध विश्व कुश्ती संघ द्वारा आयोजित भविष्य की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की संभावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। एक बड़ा मुद्दा यह होगा कि भारतीय टीम अगले महीने सर्बिया में विश्व चैंपियनशिप में भाग लेगी, जो पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाइंग इवेंट भी है और भारतीय पहलवान इसमें एक तटस्थ एथलीट के रूप में भाग लेंगे जो UWW ध्वज के तले होगा और वे चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे क्योंकि भारत को निलंबित कर दिया गया है," खेल पत्रकार साबी हुसैन ने बताया।
Indian wrestlers huddle together as they deliberate during against Wrestling Federation of India President Brijbhushan Sharan Singh and other officials in New Delhi, India, Thursday, Jan. 19, 2023.

बैन के बाद कुश्ती महासंघ के पास क्या विकल्प

भारतीय कुश्ती महासंघ पर बैन लगाए जाने के बाद संघ के पास क्या विकल्प बचते हैं तो खेल पत्रकार ने Sputnik India को बताया कि हमें मिलकर अपना कार्य करने की आवश्यकता है और चुनाव कराए जाने के अतिरिक्त कुश्ती महासंघ के पास और कोई हल नहीं है।

"एक महीना हो चुका है क्योंकि इस साल मई में UWW ने भारतीय अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि यदि आप चुनाव नहीं कराते हैं तो हम WFI को निलंबित कर देंगे और यही धमकी सामान्य तौर पर जुलाई में भी जारी की गई थी। [...] UWW के पास WFI को निलंबित करने के अतिरिक्त कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है," खेल पत्रकार ने बताया।

क्या है इसका समाधान ?

भारतीय खेल पत्रकार ने बताया कि भारतीय कुश्ती महासंघ को बिना किसी देरी के जल्द से जल्द चुनाव कराने की आवश्यकता है और इस बैन से बाहर निकालने का एकमात्र रास्ता जल्द से जल्द चुनाव कराना है। भारतीय कुश्ती महासंघ अगर चुनाव करा ले और नई समिति अपना काम संभाल ले तो UWW द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ पर लगाया गया बैन स्वतः ही हट जाएगा।

"एक बार चुनाव पूरे हो जाए और एक बार नई संस्था कार्यभार संभाल ले तो निलंबन स्वतः ही हटा दिया जाएगा क्योंकि UWW एक उचित निकाय के साथ संवाद करना चाहते हैं और वह निकाय है सीधे स्तर पर भारत का कुश्ती महासंघ न कि कोई IOA समिति या कोई अस्थायी व्यवस्था," साबी हुसैन ने बताया।

WFI के दैनिक विषयों का प्रबंधन वर्तमान में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) द्वारा गठित भूपेंदर सिंह बाजवा की अध्यक्षता वाली तदर्थ समिति द्वारा किया जा रहा है।
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विश्व कुश्ती संघ ने भारतीय कुश्ती महासंघ की सदस्यता की निलंबित: रिपोर्ट
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