सुखोई सुपरजेट 100 की पहली उड़ान कोम्सोमोल्स्क-ऑन-अमूर शहर में हुई। यह विमान की पहली प्रति है, जो पूरी तरह से रूसी घटकों से बनाई गई है। विमान ने हवा में 54 मिनट बिताए। इस अंतराल वह 343 किमी/घंटा की रफ्तार तक पहुंचकर 3 हजार मीटर की ऊंचाई तक चढ़ा।
मंत्रालय ने कहा, “Yakovlev कंपनी द्वारा निर्मित रूसी क्षेत्रीय जेट SJ-100 के एक प्रोटोटाइप ने कोम्सोमोल्स्क-ऑन-अमूर में अपनी पहली उड़ान भरी”।
चालक दल ने हवा में विमान नियंत्रणीयता का परीक्षण किया। साथ ही विमान जिन घरेलू प्रणालियों से सुसज्जित है, उनका भी परीक्षण किया गया। मिशन पूरा करने के बाद विमान ससुरक्षित हवाई अड्डे में वापस लौटा। वहां के मुंतज़िरों ने चालक दल का जोरदार तालियों से स्वागत किया।
ज्ञात हुआ है कि सुखोई सुपरजेट 100 में लगभग 40 विदेशी निर्मित प्रणालियों को रूसी घटकों से प्रतिस्थापित किया गया है।
उद्योग एवं व्यापार मंत्री डेनिस मंटुरोव ने कहा, रूसी विकासकों और निर्माताओं ने अपने स्वयं के डिजाइन उपकरण को विकसित कर उसे विमान पर लगाया। इसमें एवियोनिक्स, लैंडिंग गियर, एकीकृत प्रबंधन प्रणाली, बिजली आपूर्ति पद्धति, एयर कंडीशनिंग, अग्नि सुरक्षा सहित अन्य उपकरण सम्मिलित हैं।