भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि नई दिल्ली में आगामी G20 शिखर सम्मेलन वैश्विक व्यापार, निवेश आकर्षित करने और बहुपक्षीय संगठनों में देश की बढ़ती भूमिका को प्रोत्साहित करने के लिए विशिष्ट महत्व रखता है।
दरअसल मंगलवार शाम को एक आयात-निर्यात कार्यक्रम में गोयल ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की G20 की अध्यक्षता को दुनिया को महत्वपूर्ण सुविधाएं प्रदान करने के लिए कई वर्षों तक याद किया जाएगा।
"हम वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं की मैपिंग पर विचार कर रहे हैं ताकि भारतीय व्यापारी वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में बड़ी भूमिका निभा सकें और हमने व्यापार दस्तावेज़ीकरण के डिजिटलीकरण पर भी ध्यान केंद्रित किया है," गोयल ने कहा।
साथ ही उन्होंने कहा, "भारत मुक्त व्यापार समझौता (FTA) के माध्यम से नए बाजारों को खोलने की कोशिश कर रहा है, आधुनिक प्रौद्योगिकी में निवेश को प्रोत्साहित कर रहा है, उच्च गुणवत्ता वाली वस्तुओं और सेवाओं के लिए दुनिया को अधिक स्वीकार्य बनाने के लिए डिजिटलीकरण और प्रौद्योगिकी अनुकूलन की तलाश कर रहा है ताकि भारत की वास्तविक क्षमता का दोहन किया जा सके।"
"हम गौरव और प्रतिभा से भरे एक ऐसे देश में रह रहे हैं जिसे दुनिया भर में वैश्विक आर्थिक विकास के भविष्य के इंजन के रूप में पहचाना जा रहा है," गोयल ने कहा।
भारतीय मंत्री के अनुसार निर्यात में स्थिरता की लंबी अवधि के बाद, भारत ने सीमा को तोड़ दिया और 2022-23 में व्यापारिक निर्यात में 450 बिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर गया।