उवरोव ने कहा कि डिप्लीटेड (या ह्रासित) यूरेनियम वाले गोला-बारूद की कथित सुरक्षा के बारे में बोलते हुए अमेरिकी प्रशासन पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक तरीके से कार्य करता है।
विशेषज्ञ ने कहा, “[डिप्लीटेड यूरेनियम से लैस गोला-बारूद का] "भरना" प्लूटोनियम सहित अन्य बहुत खतरनाक रेडियोधर्मी तत्वों से दूषित है (…) एक साल पहले अमेरिका में ऐसे गोला-बारूद वाली हुई एक दुर्घटना को विकिरण दुर्घटना माना गया था”।
2022 में अमेरिकी लुईस-मैककॉर्ड सैन्य अड्डे पर डिप्लीटेड यूरेनियम वाले M101 गोला-बारूद के टुकड़े "गंदे" क्षेत्र के बाहर चार बार पाए गए थे। इसके परिणामस्वरूप, पृष्ठभूमि विकिरण को मापा गया और "गंदे" क्षेत्र का विस्तार किया गया।
आप को याद दिला दें कि बुधवार (6 अगस्त) को पेंटागन ने आधिकारिक स्तर पर यूक्रेन को डिप्लीटेड यूरेनियम से लैस गोला-बारूद के हस्तांतरण की घोषणा की। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इन हथियारों से विकिरण का संकट नहीं है।
इससे पहले रूस ने यूक्रेन को हथियारों कि आपूर्ति को लेकर नाटो देशों को चेतावनी दी थी। रूसी विदेश मंत्री सर्गे लवरोव ने बार-बार कहा है कि जो भी मालवाहक यूक्रेन को हथियार ले जाएगा, वह ‘वैध सैन्य निशाने’ के रूप में देखा जाएगा। रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने रेखांकित किया कि यूक्रेन को पश्चिमी हथियारों से लैस करने से यूक्रेन संकट सुलझ नहीं जाएगा।
लवरोव ने कहा कि अमेरिका सहित पश्चिमी देश यूक्रेन की जिस प्रकार की सहायता करते हैं, उसमें न मात्र हथियारों की आपूर्ति सम्मिलित है, बल्कि ब्रिटेन, जर्मनी, इटली और अन्य देशों में यूक्रेनी सैनिकों का प्रशिक्षण भी इसका अभिन्न अंग है।