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राजनाथ सिंह ने अरुणाचल में रणनीतिक नेचिफू सुरंग के साथ 90 परियोजनाओं का किया उद्घाटन

भारतीय रक्षा मंत्री ने जम्मू में हो रहे एक कार्यक्रम से सभी परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस मौके पर उनके साथ प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह भी थे।
Sputnik
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 2,900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली सीमा सड़क संगठन (BRO) की 90 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार इन 90 परियोजनाओं में से 36 अरुणाचल प्रदेश, 26 लद्दाख, जम्मू-कश्मीर में 11, मिजोरम में पांच, हिमाचल प्रदेश में तीन, सिक्किम, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में दो-दो और नागालैंड, राजस्थान और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक-एक हैं।

बयान में आगे कहा गया कि BRO ने इन सभी परियोजनाओं का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा किया है, उद्घाटन की गई परियोजनाओं में अरुणाचल प्रदेश में नेचिफू सुरंग, पश्चिम बंगाल में दो हवाई क्षेत्र भी शामिल हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा उद्घाटन की गई कुछ रणनीतिक परियोजनाओं के बारे Sputnik India आगे बताने जा रहा है।
देवक ब्रिज
रणनीतिक महत्व रखने वाला देवक पुल अत्याधुनिक 422.9 मीटर लंबा क्लास 70 आरसीसी का है। इसके बन जाने से सशस्त्र बलों की आवाजाही बहुत आसान हो जाएगी जिससे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया जाएगा।
नेचिफू सुरंग
अरुणाचल प्रदेश में बालीपारा-चारदुआर-तवांग रोड पर 500 मीटर लंबी नेचिफू सुरंग का उद्घाटन रक्षा मंत्री ने किया था। यह सुरंग निर्माणाधीन सेला सुरंग के साथ रणनीतिक चीन सीमा के पास तवांग क्षेत्र को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
इस सुरंग के बनने से सशस्त्र बलों और पर्यटकों को यहां आने में कोई परेशानी नहीं होगी। खास बात यह है कि इसकी आधारशिला भी स्वयं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा अक्टूबर 2020 रखी गई थी। आज के दिन राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू इस समारोह में वर्चुअली शामिल हुए।
बागडोगरा और बैरकपुर हवाई क्षेत्र
पश्चिम बंगाल में पुनर्निर्मित बागडोगरा और बैरकपुर हवाई क्षेत्र भी राष्ट्र को समर्पित किए गए। मंत्रालय ने कहा कि 500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुनर्निर्मित ये हवाई क्षेत्र न केवल भारतीय वायु सेना (IAF) की तैयारियों को बढ़ाने के साथ साथ वाणिज्यिक उड़ान संचालन की सुविधा भी देंगे।
न्योमा एयरफील्ड
राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख में न्योमा एयरफील्ड की भी आधारशिला रखी। 200 करोड़ रुपये की लागत से यह हवाई क्षेत्र विकसित किया जाएगा। इस हवाई क्षेत्र के बनने से लद्दाख में हवाई बुनियादी ढांचे को बढ़ावा मिलेगा और उत्तरी सीमा पर भारतीय वायुसेना की क्षमता में वृद्धि होगी।

रक्षा मंत्री ने यह भी उम्मीद जताई कि BRO जल्द ही 15,855 फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग शिनकुन ला सुरंग के निर्माण के साथ एक और अनूठा रिकॉर्ड स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि सुरंग हिमाचल में लाहौल-स्पीति को लद्दाख में जास्कर घाटी से जोड़ेगी और हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।

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