Sputnik के सूत्र ने एक वीडियो सामने रखा, जिसमें यूक्रेनी सशस्त्र बल के सैनिक रूस के युद्धबंदियों को बंदूक से डराते हुए उन्हें बारूदी सुरंगों में भागा रहे हैं।
सूत्र ने कहा, "यूक्रेन के एक डगआउट में एक टेलीफोन मिला। इसमें एक वीडियो था, जिसमें यूक्रेनी उग्रवादी हमारे [रूसी] युद्धबंदियों को बारूदी सुरंगों में जाने के लिए बाध्य कर रहे हैं। उग्रवादियों ने रूसी सैनिकों से कहा, “तुम लोग सकुशल इसे पार करोगे, तो तुम स्वतंत्र हो जाएंगे”।
इतना ही नहीं, एक यूक्रेनी उग्रवादी को यह पसंद नहीं आया कि एक रूसी युद्धबंदी किस तरह चल रहा है, और उसने उसकी और गोली चला दी। वीडियो के अंत में रूसी सैनिक जिस दिशा में चल रहे थे, वहां विस्फोट हुआ।
इंटरनेट पर अनेक ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिनमें यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी कैदियों का नरसंहार किया। इस प्रकार, पिछले साल नवंबर में एक वीडियो जारी किया गया, जिसमें जिन रूसी सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया है, यूक्रेनी उग्रवादियों ने उन्हें गोलियां मार दीं। साथ ही, यूक्रेनी कैद से रिहा हुए रूसी सैनिकों ने यातनाओं के बारे में बताया – उग्रवादी युद्धबंदियों की पूछताछ के दौरान उनकी उंगलियां काटते थे, पैरों पर गोलियां चलाते थे, सरिया और बिजली के झटके देते थे और पीटते थे ।
यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के जांच आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी युद्धबंदियों को गोली मारकर और प्रताड़ित करके युद्ध अपराध किए। यूएनएचआरसी ने रूस के युद्धबंदियों के विरुद्ध प्रतिशोध के 25 मामलों की घोषणा की। साथ ही, यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टूर्क ने कहा कि जिन यूक्रेनी सैनिकों ने युद्ध अपराध किए है, यूक्रेन ने वीडियो तथ्य होने पर भी उनके ऊपर आपराधिक मामले नहीं चलाए।