ज्ञात हुआ कि उत्तर कोरिया (कोरिया लोकतांत्रिक जन गणराज्य/ डीपीआरके) के नेता किम जोंग उन ने रूस के Tu-160, Tu-95MS और Tu-22M3 बमवर्षक विमानों को देखा। ये विमान परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं।
इसके अतिरकित, किम जोंग उन ने रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू के साथ रूसी वायु सेना के आधुनिक विमानों को देखा।
इनमें MiG-31I विमान भी सम्मिलित था, जो किंझल हाइपरसोनिक मिसाइल ले जाने में सक्षम है। किंझल वह मिसाइल होती है जिनकी मिनिमम स्पीड साउंड से 5 गुना अधिक तीव्र होती है। रूसी वायु सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सर्गेई कोबिलाश ने किम को इस मिसाइल के बारे में विस्तार से बताया।
बाद में किम जोंग उन सर्गेई शोइगू के साथ रूस के प्रशांत बेड़े के युद्धपोत ‘मार्शल शापोशनिकोव’ पर सवार होकर व्लादिवोस्तोक पहुँचे । यह युद्धपोत 1980 के दशक में निर्मित किया गया था। हाल ही में इसका आधुनिकीकरण किया गया है। इस फ्रिगेट का नाम सोवियत संघ के मार्शल बोरिस शापोशनिकोव के नाम पर रखा गया है।
रूसी नौसेना के कमांडर-इन-चीफ एडमिरल निकोलाई इव्मेनोव ने अपने उच्च मेहमानों को 1,5 हजार किलोमीटर से अधिक दूरी तक समुद्री और तटीय लक्ष्यों भेदने में सक्षम कैलिब्र मिसाइल की नई तकनीकों और उपकरणों के बारे में जानकारी दी।
आप को स्मरण करा दें कि शुक्रवार को किम रूसी उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव से मिलने के लिए रूसी शहर कोम्सोमोल्स्क-ऑन-अमूर पहुंचे थे, जहां उन को Su-35 और Su-57 लड़ाकू जेट सहित अन्य विमान दिखाए गए थे। भेंट करते समय मंटुरोव ने कहा था कि रूस विमान के निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में डीपीआरके के साथ सहयोग बढ़ाने की संभावना देखता है।