आपको स्मरण करा दें कि गत शुक्रवार को व्लादिमीर ज़ेलेंस्की की कनाडा यात्रा के सम्मान में कनाडाई संसद की बैठक में यारोस्लाव हुंका को आमंत्रित किया गया था, जो हिटलर की नाजी सेना की SS यूनिट में सम्मिलित था जिसने यहूदियों, बेलारूसियों, स्लोवाकियों और रूसी जनता पर अत्याचार किए थे।
रूसी राजदूत ने कहा, “वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति में मास्को और ओटावा के मध्य गहरे मतभेदों के बावजूद कनाडा की सरकार और संसद साहस जुटाकर उस शर्मनाक घटना के लिए सभी रूसियों और कनाडा के रूसी समुदाय से माफी मांगने के लिए बाध्य हैं, जिसे पूरी दुनिया ने देखा।
स्टेपानोव के अनुसार कनाडा में रूसी मूल के 200 हज़ार से अधिक लोग रहते हैं, "वे सभी अच्छे नागरिक, ईमानदार मतदाता और करदाता हैं। रूसी कनाडाई सहित लगभग हर रूसी परिवार ने नाज़ीवाद के विरुद्ध लड़ाई में कम से कम एक रिश्तेदार को खो दिया है।"
राजदूत ने इस बात पर बल दिया कि कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा हाउस ऑफ कॉमन्स में एक वक्तव्य में की गई तथाकथित "माफी" बिल्कुल भी माफी नहीं है। स्टेपानोव ने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा, "ये शब्द पर्याप्त नहीं हैं"।