यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

सबसे महत्त्वपूर्ण मोर्चे पर रूसी सेना यूक्रेन पर हावी है

विशेष सैन्य अभियान दुनिया का पहला पूर्ण पैमाने का ड्रोन संघर्ष है। FPV ड्रोन, जो पहली बार इस साल की शुरुआत में पर्याप्त संख्या में उपयोग में आए, इसे बिल्कुल नए स्तर पर ला रहे हैं।
Sputnik
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ड्रोनों के इस्तेमाल को लेकर यूक्रेनी सेना रूसी सेना का मुकाबला नहीं कर सकती।
बहुत ज्यादा रूसी ड्रोन हैं, और वे यूक्रेनी ड्रोन की तुलना में अधिक विस्फोटक ले जा सकते हैं। वहीं, कीव को प्रति माह हजारों ड्रोन का नुकसान हो रहा है।

“यह शतरंज के खेल की तरह है। वे (रूसी सेना) इसे जीत रहे हैं," कॉल साइन "स्विफ्ट" से जाना जाता एक यूक्रेनी सैनिक ने कहा।

यूक्रेन के जवाबी हमले को करीब चार महीने बीत चुके हैं। इनके दौरान कीव ने 18 हज़ार हथियारों को खो दिया है। इनमें जर्मन लेपर्ड टैंक, फ्रांसीसी AMX टैंक, ब्रिटिश चैलेंजर-2 टैंक और अमेरिकी बख्तरबंद लड़ाकू वाहन ब्रैडली सम्मिलित हैं। यूक्रेन ने जिन टैंकों को खो दिया है, उनकी संख्या 543 तक पहुंच गई है।
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