फिलिस्तीनी हमास आंदोलन की सैन्य शाखा ने इज़राइल के विरुद्ध 'अल-अक्सा बाढ़' सैन्य अभियान कि शुरुआत की घोषणा की। हमास के उग्रवादियों ने इजरायली क्षेत्र की घुसपैठ की। वहीं, इज़राइल के रक्षा बलों (आईडीएफ) ने गाजा पट्टी में हमास के विरुद्ध 'ऑपरेशन आयरन स्वोर्ड्स' की घोषणा की।
इस अवसर पर इजरायली विशेषज्ञ ने कहा, हमास को बहुत महंगी कीमत चुकानी पड़ेगी। इज़राइल शांति संवाद के लिए तैयार नहीं होगा।
टेल अवीव विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन संस्थान के शोधकर्ता, सामरिक मामलों के मंत्रालय में फिलिस्तीनी डेस्क के प्रमुख डॉ. कोबी माइकल ने Sputnik के साथ एक साक्षात्कार में इज़राइल-फिलिस्तीनी संघर्ष पर बात की।
Sputnik : कृपया हमें बताइए कि आपने व्यक्तिगत रूप से क्या देखा है?
डॉ. कोबी माइकल: हम कम से कम 2018 से हमास के साथ युद्ध मेंकी स्थिति में हैं। और हम केवल हमास के बारे में बात नहीं कर रहे हैं, हम बुराई की धुरी के बारे में बात कर रहे हैं, जिसका नेतृत्व ईरान कर रहा है। हमास ईरानी प्रतिनिधियों में से एक है।
दुर्भाग्यवश, पिछले वर्ष इज़रायली नेतृत्व स्थिति को नियंत्रित करने और किसी भी कीमत पर शांती स्तापित करने में विफल रहा है और अब हम बहुत बड़ी कीमत चुका रहे हैं।
साथ ही, यह इज़राइल और उसके सहयोगियों के लिए तात्कालिक शक्ति संतुलन बदलने का एक अनूठा अवसर है। मुझे लगता है कि इस बार इज़राइल दृढ़ संकल्पित होगा और अपनी पूर्ण सैन्य क्षमता को दिखाएगा।
Sputnik: वर्तमान में इजरायल-पाकिस्तान संघर्ष तीव्रता बढ़ने का कारण क्या है?
डॉ. कोबी माइकल: मेरे खयाल में इसके दो कारण हैं। सबसे पहले, बढ़ते तीव्रता के लिए वह सामान्यीकरण प्रक्रिया ज़िम्मेदार है जो हम सऊदी अरब और इजरायल के मध्य के रिश्तों में देख रहे हैं। यह ईरानियों और हमास को वास्तव में पसंद नहीं है। इसलिए वे स्थिति को अस्थिर करने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं।
Sputnik: हमास इजरायली सेना को आश्चर्यचकित करने में क्यों सफल रहा? इजराइल के जवाब देने में कई घंटों की देरी क्यों हुई?
डॉ. कोबी माइकल: इज़राइल के साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ। दुर्भाग्यवश, हम असफल रहे, यह एक बहुत महत्वपूर्ण विफलता है (…) लेकिन हम अधिक प्रबल हैं और स्थिति को सुधारने तथा गलतियों को सुधारने और स्थिति को परिवर्तित करने के लिए पराजय का सामना कर रहे हैं और मुझे विश्वास है कि हम ऐसा करने जा रहे हैं। मुझे विश्वास है कि हमास को बहुत-बहुत महंगीकीमत चुकानी पड़ेगी। (…) शांति वार्ता की कोई संभावना नहीं होगा।
Sputnik: इज़राइल की आयरन डोम मिसाइल प्रतिरोधक प्रणाली दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक मानी जाती है। फिर भी खतरा फिर से टेल अवीव सहित पूरे देश में फैल रहा है। फ़िलिस्तीन की इस सफलता का कारण क्या है?
डॉ. कोबी माइकल: हम लगभग 3,000 मिसाइलों, रॉकेटों के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश वास्तव में किसी को भी निशाना बनाकर प्रहार करने में अक्षम हैं। हमें यह समझना होगा कि आयरन डोम एक बहुत ही उत्कृष्ठ प्रणाली है। यह प्रणाली केवल उन रॉकेटों को रोकती है जिन्हें आबादी वाले क्षेत्रों पर गिरने वालों के रूप में संकट मानती है (…) सफलता का प्रतिशत बहुत अधिक है, 95% से भी अधिक।
Sputnik: वर्तमान संघर्ष के परिणाम क्या होंगे?
डॉ. कोबी माइकल: इस युद्ध के बाद भी हमास वैसा नहीं रहेगा जैसा पहले हुआ करता था। हम युद्ध में हैं, और युद्ध कि स्थिति में हम निर्णय लेने जा रहे हैं। हम बातचीत करने की प्रयास नहीं करेंगे, जैसा कि 2009 में हुआ था। (…) दुर्भाग्यवश, गाजा के लोगों को बहुत महंगी कीमत चुकानी पड़ेगी। और मुझे लगता है कि अंततः यह क्षेत्रीयसुरक्षा संरचना को बदलने का एक अवसर हो सकता है।