रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मुख्य कार्यक्रम के रूप में भाषण दिया। इसके अलावा इराकी प्रधान मंत्री मोहम्मद अल सुदानी और हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जर्तो के भी शामिल होने की उम्मीद है।
इस मंच में रूस की राज्य परमाणु एजेंसी रोसाटॉम के महानिदेशक एलेक्सी लिकचेव और रूस में भारतीय राजदूत पवन कपूर भी भाग लेंगे।
रूसी ऊर्जा सप्ताह में भारतीय व्यापार परिषद के अध्यक्ष आकाशदीप सिंह ने भी भाग लिया। उन्होंने Sputnik India से बात करते हुए बताया कि भू-राजनीतिक स्थिति को देखते हुए ऊर्जा अधिक महत्वपूर्ण होती जा रही है और इसमें रूस की बहुत बड़ी भूमिका है।
रूसी एनर्जी वीक के मौके पर भारतीय व्यापार परिषद के अध्यक्ष आकाशदीप सिंह ने Sputnik से कहा कि भारत रूसी ऊर्जा के सबसे बड़े खरीदारों में से एक बना रहेगा। भारत और रूस परंपरागत रूप से बहुत करीबी दोस्त रहे हैं, और ऊर्जा के क्षेत्र में जगत की वर्तमान स्थिति में भारत ने रूस से इस रिश्ते को मजबूत किया है।
इस वर्ष के मंच का विषय "वैश्विक ऊर्जा की नई वास्तविकता: भविष्य का निर्माण" है और प्रतिनिधिमंडलों से वैश्विक ऊर्जा कीमतों, जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा और कमोडिटी आपूर्ति और तेल बाजारों के दृष्टिकोण सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा होने की उम्मीद है।