ज्ञात हुआ है कि इज़रायल में अमेरिकी विशिष्ट सैन्य बल भेजे गए हैं – डेल्टा समूह और सी लायंस टीम। बताया गया है कि उनका मुख्य उद्देश्य हमास आंदोलन के लड़ाकों के नियंत्रण वाले गाजा पट्टी में बंधक बनाए गए अमेरिकी नागरिकों कि खोज करना और उन्हें छुड़ाना होगा।
बयान में यह कहा गया, "अमेरिकी खुफिया एजेंसियां इज़रायली खुफिया एजेंसियों के साथ निकट संपर्क में काम करेंगी।"
फिलहाल इस बात का कोई संकेत नहीं है कि अमेरिकी सेना इस्राइल की जमीनी स्तर पर किसी भी ऑपरेशन में सहायता करेगी।
फिर भी, मध्य पूर्व में संयुक्त राज्य अमेरिका की सैन्य भागीदारी के इतिहास को देखते हुए, यह घटना बड़ी चिंता का कारण है।
आपको स्मरण दिला दें कि 7 अक्तूबर को हमास आंदोलन ने इज़रायल पर आक्रमण कर 'अल-अक्सा बाढ़' सैन्य अभियान आरंभ किया। हज़ारों लड़ाकों ने इज़रायल की घुसपैठ कर वहां के दर्जनों लोगों को बंधक कर लिया, और गाजा पट्टी ले गए। इसके प्रतिउत्तर में की गई कार्रवाई में इज़रायली रक्षा सेना द्वारा युद्ध का उद्घोष कर गाजा पट्टी पर पूर्ण घेराबंदी करने कि घोषणा की गई।