मास्को में भारतीय राजदूत पवन कपूर ने गुरुवार (12 अक्टूबर) को संवाददाताओं के साथ बात करते पुतिन-मोदी की बैठक की संभावना जताई।
राजदूत ने कहा, "इस पर चर्चा की जा रही है। उच्च स्तर पर चर्चा चल रही है।"
पिछले साल के अंत में ब्लूमबर्ग ने बताया था कि पीएम मोदी ने कथित स्तर पर पुतिन से मिलने से इनकार कर दिया। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इस पर कहा, “वर्ष (2022) के अंत तक किसी भी बैठक की योजना नहीं थी, और रूसी राष्ट्रपति ने किसी भी प्रस्ताव से इनकार नहीं किया था, क्योंकि कोई नियोजित संपर्क नहीं थे”। उन्होंने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा, अगले वर्ष 2024 में कार्यक्रम पर विचार किया जाएगा। रूसी विदेश मंत्रालय ने ब्लूमबर्ग के प्रकाशन पर टिप्पणी करते हुए इस बयान को गलत बताया कि 2022 में मोदी की रूस यात्रा रद्द कर दी गई थी। मंत्रालय ने समझाया कि ऐसी यात्रा के लिए कोई योजना नहीं थी।
कपूर ने बाद में Sputnik के साथ बात करते हुए पुतिन और मोदी के बीच 2023 में भेंट वार्ता की संभावना जताई। राजदूत के अनुसार दोनों नेता लगातार एक दूसरे के संपर्क में हैं। रूस के उप विदेश मंत्री आंद्रेई रुडेंको ने Sputnik को बताया कि रूस और भारत के नेताओं को दोनों देशों के मध्य संबंधों की क्षमता विश्व के समक्ष कृत्रिम रूप से प्रदर्शित करने की आवश्यकता नहीं है।