मतवियेनको ने आज यानी 14 अक्तूबर को पी20 शिखर सम्मेलन के अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भेंट करते हुए कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने की इच्छा व्यक्त की है।
मतवियेनको ने कहा, "रूसी-भारत संबंधों में सकारात्मक पृष्ठभूमि है, विशेषतः हमारे नेताओं व्लादिमीर पुतिन और श्री मोदी की इसमें बड़ी भूमिका है, जो लगातार संपर्क में रहते हैं। श्री मोदी ने कहा कि उन्हें पुतिन को भारत में देखकर प्रसन्नता होगी। मेरा मानना है, हमारे सामने अच्छी और विशाल संभावनाएं हैं"।
रूसी सांसद ने यह जानकारी दी कि शुक्रवार को उनकी पीएम मोदी से बातचीत हुई, जिसके दौरान भारतीय नेता ने रूस और भारत के बीच तरह-तरह के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और प्रबल करने की दिशा में रुचि की पुष्टि की है।
मतवियेनको ने कहा, "मोदी ने ऊर्जा, कृषि, तकनीक सहित अन्य क्षेत्रों में हमारे सहयोग के सक्रिय विकास पर भी जोर दिया, और रूस-भारत संबंधों को और गहरा करने में रुचि की पुष्टि की"।
वहीं, मतवियेनको ने रूस और भारत के मध्य आर्थिक संबंध को लेकर कहा कि 1.5 साल में आपसी व्यापार पांच गुना बढ़कर 50 अरब डॉलर हो गया है। मतवियेनको ने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा, दोनों देशों की क्षमता "इससे भी बहुत अधिक है, हमें इसे विकसित करना जारी रखना चाहिए"।
मतवियेनको ने भारत की G-20 अध्यक्षता की सराहना करते हुए कहा कि अगले वर्ष रूस ब्रिक्स की अध्यक्षता के अंतर्गत एक संसदीय फ़ोरम भी आयोजित करेगा।
उन्होंने कहा, "अगले साल रूस ब्रिक्स की अध्यक्षता करेगा। हम भी एक संसदीय मंच आयोजित करेंगे। हम आपको पहले से भाग लेने के लिए आमंत्रित करते हैं, हम इसे उच्च ठोस संगठनात्मक स्तर पर आयोजित करने का भी प्रयास करेंगे। हालांकि, आपने जो स्तर निश्चित किया है, उसे प्राप्त करना हमारे लिए कठिन होगा, लेकिन हम प्रयास करेंगे''।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रूसी विदेश मंत्री सर्गे लवरोव अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के रूस के दौरे की प्रतीक्षा कर रहे हैं। साथ ही रूसी सांसद ने बिरला को मास्को में निमंत्रित किया है। उनके अनुसार रूसी संसद के निचले सदन के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन ने भी ऐसा निमंत्रण देने को कहा था।