भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इजराइल और हमास के मध्य चल रहे संघर्ष पर मीडिया को संबोधित करते हुए गुरुवार को कहा कि भारत ने हताहत नागरिकों और मानवीय स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का कड़ाई से पालन करने के आग्रह किया।
"फिलिस्तीन भी वह मुद्दा है जिस पर हमने दो-राज्य समाधान स्थापित करने के लिए सीधी बातचीत के पक्ष में अपनी स्थिति दोहराई है। हमने हताहत नागरिकों और मानवीय स्थिति पर अपनी चिंता भी व्यक्त की है। हम अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के कड़ाई से पालन का आग्रह करेंगे...," इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा।
आगे उन्होंने कहा कि भारत ने इजरायइल पर हुए भीषण आतंकवादी आक्रमण की कड़ी निंदा की है इसके साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक साथ खड़ा होना चाहिए।
भारत द्वारा इज़राइल से फंसे भारतीयों को निकालने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन अजय के बारे में बागची ने कहा कि अभी तक पाँच उड़ानें भारत लाई गई हैं जिनमें भारतीयों के साथ 18 नेपालियों को भी वापस लाया गया है।
"ऑपरेशन अजय के अंतर्गत पांच उड़ानों में 1,200 भारतीय वापस आए हैं, जिनमें 18 नेपाली नागरिक भी सम्मिलित हैं...," ऑपरेशन अजय पर बागची ने कहा।
बागची ने G-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन के बारे में भी बात करते हुए बताया कि भारत ने सभी को निमंत्रण दिया हैं और सभी तारीख जानते हैं। हमारे पास नवंबर की एक निश्चित तारीख है।
"हम अधिक से अधिक नेताओं की भागीदारी की आशा करते हैं। यह वर्चुअल है, भागीदारी आमंत्रित व्यक्ति पर निर्भर है। लेकिन हमें आशा है कि इस शिखर सम्मेलन में उच्च स्तर की भागीदारी होगी,'' बागची ने कहा।
वहीं भारत के मालदीव के साथ सहयोग के बारे में बोलते हुए बागची ने कहा कि भारत ने जो सहायता और मंच प्रदान किया है, उसने लोगों के कल्याण, मानवीय सहायता, आपदा राहत और अवैध समुद्री गतिविधियों से निपटने जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।