यूक्रेन के लिए क्रीमिया में सेवस्तोपोल का बंदरगाह एक अहम लक्ष्य माना जाता है। रिपोर्ट के अनुसार इस बंदरगाह के प्रवेश द्वार पर इन डॉल्फिन्स को लगाया गया है। इसके अतिरिक्त इन्हें उत्तरी क्रीमिया में एक अन्य बेस पर भी नियुक्त किया है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि डॉल्फिन पेन इस साल सितंबर में यानी उसी समय स्थापित किए गए थे जब यूक्रेनी विशेष बलों द्वारा उत्तरी काला सागर में गतिविधि बढ़ गई है।
स्थापित किए गए पेन शीप के खेती में प्रयोग किए जाने वाले पेन से मेल नहीं खाते हैं, लेकिन इनका आकार डॉल्फिन्स के लिए बनाए जाने वाले बाड़े से मिलता जुलता हैं।
नौसेना युद्ध में डॉल्फिन का उपयोग
डॉल्फ़िन्स को प्रशिक्षित सैन्य गोताखोरों के लिए एक बड़ा संकट माना जाता है क्योंकि ये पानी में जाने वाले किसी भी इंसान को मिनटों में पराजय दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त पानी में इनकी सोनार क्षमता अत्यंत सहायक होती हैं जिसकी सहायता से वे किसी भी का पता अति शीघ्र लगा लेती हैं।
रिपोर्ट के अनुसार इनकी सहायता द्वारा जहाजों में गोताखोरों के द्वारा लगाए जाने वाली लिमपेट माइन्स और जासूसी करने वाले गोताखोरों से बचा जा सकता है। प्रशिक्षित डॉल्फ़िन्स को जैसे ही किसी भी घुसपैठिए का पता चलता है तो वे जांच के लिए अपने साथ वाले इंसान को जानकारी देने के अतिरिक्त स्वयं भी आक्रमण करने में सक्षम हैं।