बमबारी में मारे जाने के बाद सहजता से पहचान हो जाने के लिए कुछ परिवारों ने पहचान बैंड पहनने आरंभ कर दिए हैं जिससे अगर परिवार का कोई सदस्य मारा जाए तो उसे सहजता से पहचाना जा सके और उसे सामूहिक कब्र में दफनाने से बचाया जा सके।
मीडिया ने गाजा निवासी 40 वर्षीय अली अल-डाबा के माध्यम से बताया कि उन्होंने कई ऐसे शव देखे हैं जो पूरी तरह से कटे फटे हुए थे और उनकी पहचान करना असंभव था।
आगे उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने परिवार को एक हमले में मारे जाने से रोकने के लिए अलग अलग कर दिया है, इसके साथ उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के हाथ में नीले रंग का धागा बांधा हैं।
"अगर उन से कुछ हो तो इस तरह मैं उन्हें पहचान लूंगा," उन्होंने मीडिया को कहा।
इसके अतिरिक्त अन्य फ़िलिस्तीनी परिवार भी अपने बच्चों के लिए बैंड खरीदते हैं या बना रहे हैं और कुछ लोग उनकी बांहों पर उनका नाम लिखते हैं।
7 अक्टूबर को हमास के आक्रमण के बाद की गई इज़राइल की बमबारी में अब तक लगभग 6,546 लोग मारे जा चुके हैं वहीं इज़राइल ने 1,400 लोगों को खोया है।