इज़राइल-हमास युद्ध

हमें मानवधिकार सिखाने वाले इज़राइल की गाजा बमबारी पर चुप: जावेद अख्तर

इज़राइल हमास संघर्ष को 25 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी भी इसके खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। दुनिया भर के जाने माने लोग इस संघर्ष पर अपनी अपनी राय साझा कर रहे हैं।
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ऐसा ही कुछ देखने को मिला जब भारत के फिल्म जगत में अपने शानदार लेखन के लिए जाने जाने वाले जावेद अख्तर ने बुधवार को एक्स पर लिखकर इज़राइल द्वारा गाजा की बमबारी को सही ठहराने की आलोचना की।

"तो अब इजराइल हिरोशिमा और नागासाकी का उदाहरण देकर गाजा के असहाय नागरिकों पर अपनी अंधाधुंध बमबारी को सही ठहरा रहा है। और तथाकथित सभ्य दुनिया सुन रही है। ये वही लोग हैं जो हमें मानवाधिकार सिखाते हैं," लेखक जावेद अख्तर ने एक्स पर लिखा।

इससे पहले इज़राइली अधिकारियों ने अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ की गई निजी बातचीत में गाजा में अपनी बमबारी को सही ठहराने के लिए द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी और जापान में बमबारी का हवाला दिया, जिसमें अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर दो परमाणु बम गिराए गए थे।
आगे अधिकारियों ने गाजा में मरने वाले लोगों की तादाद को लेकर कहा कि यह स्वीकार्य कीमत है।
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