रूसी नौसेना के प्रशांत बेड़े का एक स्क्वाड्रन रविवार को बांग्लादेश के मुख्य बंदरगाह चटग्राम पहुंचा, जो 50 से अधिक वर्षों में इस प्रकार की पहली यात्रा है।
ढाका में रूसी दूतावास ने एक बयान में टिप्पणी की कि यह यात्रा रूस-बांग्लादेश संबंधों के लिए एक "बहुत बड़ा मील का पत्थर" है।
मीडिया ने बताया कि बांग्लादेश में पहुंचे रूसी नौसैनिक बेड़े में पनडुब्बी रोधी युद्धपोत एडमिरल ट्रिब्यूट्स और एडमिरल पेंटेलेयेव और समुद्री टैंकर पेचेंगा सम्मिलित थे।
बांग्लादेश में रूस के राजदूत अलेक्जेंडर मन्तित्स्की के हवाले से मीडिया ने कहा कि रूसी नौसेना की बांग्लादेश की पिछली यात्रा 1972-1974 में नए स्वतंत्र देश में बारूदी सुरंगों को साफ करने और इसको "मानवीय आपदा" से बचाने के लिए हुई थी।
1971 में बांग्लादेश में मुक्ति युद्ध के दौरान प्रशांत बेड़े के युद्धपोतों ने अमेरिकी परमाणु हमला कॉर्प USS एंटरप्राइज को बंगाल की खाड़ी में जाने से रोकने में निर्णायक भूमिका निभाई थी।
बांग्लादेश-अमेरिका राजनीतिक तनाव
जनवरी में होने वाले बांग्लादेश के संघीय चुनाव से पहले बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार और अमेरिका के मध्य बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच चटग्राम बंदरगाह पर रूसी युद्धपोतों की उपस्थिति हो रही है।
हसीना ने बाइडन प्रशासन पर वीजा प्रतिबंध लगाने और तत्कालीन बांग्लादेशी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने की धमकी देने की मदद से बांग्लादेश की आंतरिक राजनीतिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है।
अमेरिका ने विपक्षी प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए लगातार हसीना सरकार की आलोचना की है, जो मांग कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री पद छोड़ें और चुनाव से पहले एक कार्यवाहक सरकार बनाएं।
इसके साथ, सत्तारूढ़ अवामी लीग के अधिकारियों ने ढाका में अमेरिकी राजदूत पीटर हास पर विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) का मौन समर्थन करने और सरकार विरोधी प्रदर्शन भड़काने का आरोप लगाया है।