विश्लेषणात्मक एजेंसी Kpler के आंकड़ों के अनुसार, रूस पिछले वर्ष से भारत को तेल आपूर्ति में अग्रणी रहा है, सितंबर में उसने भारत के कुल तेल आयात का 36% प्रदान किया है।
इराक और सऊदी अरब ने भारत को इसके तेल आयात की 40% तेल आपूर्ति प्रदान की।
इसके अलावा, OPEC के मुताबिक, सितंबर में रूस चीन का सबसे बड़ा तेल निर्यातक बन गया। इसने चीन के कुल तेल आयात का लगभग 19% प्रदान किया।
बता दें कि पिछले साल फरवरी में यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत के बाद पश्चिमी देशों द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने और रूस से खरीदारी बंद करने के बाद भारतीय रिफाइनर कंपनियों ने भारी मात्रा में रूसी तेल की ख़रीद करना शुरू किया था।
कुछ समय पहले भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूरोपीय संघ और अन्य पश्चिमी देशों द्वारा रियायती कीमतों पर रूसी तेल खरीदने के लिए भारत पर बयानबाजी की कड़े शब्दों में आलोचना की थी।
भारत की नंबर 1 तेल कंपनी, ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन के अनुसार, भारत का रूसी कच्चे तेल का आयात विश्व अर्थव्यवस्था के लिए एक जीत की स्थिति है।