मीडिया ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री अबुल कलाम अब्दुल मोमेन के हवाले से कहा कि बांग्लादेश ने गाजा पट्टी में इज़राइल द्वारा चलाए जा रहे सैन्य अभियान के कारण उसके साथ सभी व्यापार समझौते तोड़ दिए हैं।
बांग्लादेश ने फ़िलिस्तीनी लोगों के हितों के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुए पूरे मुस्लिम जगत से हर स्तर पर इज़राइल का बहिष्कार करने का आह्वान किया है।
अबुल कलाम अब्दुल मोमेन ने कहा कि बांग्लादेश इज़राइली कंपनियों और संगठनों के साथ अपने नागरिकों के व्यापार को अपराध बना रहा है। उन्होंने पूरी दुनिया का आह्वान करते हुए हर देश से इज़राइली उत्पादों का बहिष्कार करने का भी आग्रह किया।
बता दें कि 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के बाद इज़राइल 1972 में बांग्लादेश की संप्रभु को मान्यता देने वाले पहले देशों में से एक था। लेकिन बांग्लादेश ने इज़राइल को मान्यता नहीं दी और अपने नागरिकों के इज़राइल जाने पर प्रतिबंध लगा दिया। बांग्लादेश ने समझाया कि जब तक स्वतंत्र फ़िलिस्तीनी राज्य की स्थापना न हो जाए, वह इज़राइल को मान्यता नहीं देगा।
इस बीच, बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ने फिलिस्तीनी मुद्दे पर पांच सिफारिशें दी हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले रियाद में 8वें असाधारण इस्लामिक शिखर सम्मेलन के दौरान ये निम्नलिखित बातें सामने रखी थीं:
इजराइल द्वारा शत्रुता को तत्काल बंद किया जाना चाहिए।
खाद्य आपूर्ति सहित मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए सीमाएं अवश्य खुलनी चाहिए।
गाजा में निर्दोष नागरिकों की हत्याओं पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र के निर्णयों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
'उम्मा' को फ़िलिस्तीनी मुद्दे पर एकजुट होना चाहिए।
7 अक्तूबर को हमास के हमले के बाद से इज़राइल गाजा पट्टी पर लगातार बमबारी कर रहा है। गाजा पट्टी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अकेले गाजा में ही 11,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। इज़राइली अधिकारियों ने बताया कि इज़राइल ने 1,500 से अधिक लोग खो दिए हैं।