इसके अलावा उन्होंने कहा कि मालदीव में बनी नई सरकार भारत के साथ पूर्व में हुए 100 से अधिक समझौतों की समीक्षा भी कर रही है।
राष्ट्रपति कार्यालय के सार्वजनिक नीति के अवर सचिव मोहम्मद फिरोजुल अब्दुल खलील ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नए प्रशासन ने बताया कि मालदीव में 77 भारतीय सैन्यकर्मी हैं। मालदीव मीडिया के मुताबिक मालदीव में दो हेलीकॉप्टरों के रख रखाव के लिए 50 सैन्यकर्मी, डोर्नियर विमान का प्रबंधन करने के लिए 25 भारतीयों के साथ साथ रखरखाव और इंजीनियरिंग के लिए दो और लोग देश में मौजूद हैं।
इससे पहले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से औपचारिक रूप से अनुरोध किया था कि नई दिल्ली मालदीव से अपने सैन्य कर्मियों को वापस बुला ले।
भारत के केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से शनिवार को एक बैठक की, जिसमें मुइज्जू ने आधिकारिक तौर पर भारत सरकार से अपने सैन्य कर्मियों को मालदीव से हटाने का अनुरोध किया था।
राष्ट्रपति मुइज़ू ने शुक्रवार को शपथ ग्रहण के तुरंत बाद जोर देकर कहा कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं कि उनका देश अपनी स्वतंत्रता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए किसी भी "विदेशी सैन्य उपस्थिति" से "मुक्त" रहे।
मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और प्रधानमंत्री के 'सागर' (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) और 'पड़ोसी प्रथम नीति' के दृष्टिकोण में एक विशेष स्थान रखता है।