उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की बहन और वरिष्ठ अधिकारी किम यो जोंग ने कहा कि वाशिंगटन के "दोहरे मानदंड" और "मनमानी प्रथाओं" के कारण "क्षेत्रीय शांति और स्थिरता" को नुकसान पहुंचता है।
"एक स्वतंत्र राज्य की संप्रभुता कभी भी बातचीत के लिए एजेंडा आइटम नहीं हो सकती है, और इसलिए उत्तर कोरिया इस उद्देश्य के लिए कभी भी अमेरिका के साथ आमने-सामने नहीं बैठेगी," किम यो जोंग ने राज्य मीडिया द्वारा दिए गए एक बयान में कहा।
इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि "उत्तर कोरिया अपने संप्रभु अधिकारों से संबंधित हर चीज को विकसित करने के प्रयास जारी रखेगा और भविष्य में भी प्रतिबंधित किए बिना संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों द्वारा प्राप्त संप्रभु अधिकारों का सम्मानजनक तरीके से उपयोग करना जारी रखेगा।"
बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने उत्तर कोरिया के उपग्रह प्रक्षेपण को "लापरवाह, गैरकानूनी" कार्रवाई कहा, जो उसके पड़ोसियों के लिए खतरा है। लेकिन उन्होंने बिना किसी पूर्व शर्त के बातचीत की अमेरिकी पेशकश दोहराते हुए कहा कि उत्तर कोरिया "समय और विषय चुन सकता है।"
हालांकि किम की बहन और वरिष्ठ अधिकारी किम यो जोंग ने अमेरिकी प्रस्ताव को खारिज कर दिया और कहा कि सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक "अमेरिका और उसके अनुयायियों की गैंगस्टर जैसी मांग" पर बुलाई गई थी। थॉमस-ग्रीनफील्ड को पहले यह बताना होगा कि अमेरिकी रणनीतिक संपत्तियां अक्सर दक्षिण कोरियाई बंदरगाहों पर क्यों दिखाई देती हैं।