नरेंद्र मोदी और मोहम्मद मुइज्जू की बैठक दुबई में संयुक्त राष्ट्र विश्व जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP28) के अवसर पर आयोजित की गई।
मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय के अनुसार मुइज्जू ने दोनों देशों के मध्य "चिंता और संवेदनशीलता के मामलों" के साथ-साथ पारस्परिक लाभ के लिए सहयोग पर चर्चा की।
पिछले महीने पद संभालने के बाद मुइज्जू ने औपचारिक रूप से भारत सरकार से मालदीव से लगभग 70 सैनिकों को वापस बुलाने का अनुरोध किया था। ये सैनिक भारत द्वारा उपहार में दिए गए डोर्नियर विमान और दो हेलीकॉप्टरों के संचालन और रखरखाव में सहायता के लिए मालदीव में स्थित थे।
मुइज्जू के कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की।
भारतीय विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार मोदी और मुइज्जू ने दोनों देशों के लोगों के मध्य जुड़ाव, विकास सहयोग, आर्थिक संबंध, जलवायु परिवर्तन और खेल सहित दोनों देशों के मध्य "व्यापक द्विपक्षीय संबंधों" की समीक्षा की।
बयान में यह भी कहा गया, “दोनों नेताओं ने अपनी साझेदारी को और मज़बूत करने के विषयों पर भी विचार-विमर्श किया। उन्होंने इस संबंध में एक कोर ग्रुप गठित करने पर भी सहमति जताई।”
बता दें कि पिछले महीने सत्ता में आने के बाद मुइज्जू ने अपनी पहली राष्ट्रपति यात्रा के लिए तुर्की को चुनकर भारत के मन में प्रश्नचिन्ह उठाने को विवश किया है। इससे पहले मालदीव के राष्ट्रपति शपथ ग्रहण के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर नई दिल्ली का दौरा करते रहे हैं।