"रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अपने वार्षिक कांफ्रेंस में AI क्लोन के साथ बात की है। ये घटना दिखाती है कि AI में बहुत तेज रफ्तार से विकास हो रहे हैं। AI अब लोगों के अवतारों को और यहाँ तक कि लोगों को भी पूरी तरह से पावर करेगा। और उसका सीधा तात्पर्य ये है कि AI का इस्तेमाल सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही पहलुओं के लिए किया जा पाएगा। तो दायित्व होगा हम सब के ऊपर कि ये जो हम रचनात्मक उपयोग है AI का उस पर ध्यान केंद्रित करें और यह सुनिश्चित करें कि इस नई तकनीक का दुरूपयोग मानव मात्र के विरुद्ध न किया जाए," डॉ दुग्गल ने कहा।
"पूरी दुनिया भर में एक होड़ सी लगी हुई है कि हम किस तरीके से आज AI को प्रभावी रूप से नियंत्रित कर सके। क्योंकि विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हम पाते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय कानून विद्यमान नहीं है या अंतर्राष्ट्रीय संधि उपलब्ध नहीं है AI को नियंत्रित करने के लिए। लिहाजा अलग-अलग राष्ट्र अपने अलग-अलग नए राष्ट्रीय कानून लेकर आ रहे हैं," डॉ दुग्गल ने कहा।