शरीफ ने कहा, “आज पाकिस्तान (अर्थव्यवस्था की स्थिति के मामले में) जहां पहुंच गया है, वह भारत, अमेरिका या यहां तक कि अफगानिस्तान ने भी नहीं किया है। वास्तव में, हमने अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली... उन्होंने (सेना का संदर्भ) 2018 के चुनावों में धांधली करके इस देश पर एक चयनित सरकार थोप दी, जिससे लोगों को परेशानी हुई और अर्थव्यवस्था गिर गई"।
उन्होंने कहा, “जब वे संविधान तोड़ते हैं तो न्यायाधीश उन्हें (सैन्य तानाशाहों को) माला पहनाते हैं और उनके शासन को वैध बनाते हैं। जब बात प्रधानमंत्री की आती है तो न्यायाधीश उसे पद से हटाने पर मुहर लगा देते हैं। न्यायाधीश भी संसद को भंग करने के कृत्य को मंजूरी देते हैं...क्यों? उन लोगों (फैज हामिद और अन्य) के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक मामला दर्ज कराया गया है जिन्होंने कहा था कि यदि नवाज जेल से बाहर आएंगे तो उनकी दो साल की मेहनत बर्बाद हो जाएगी"।