भारत ने पिछले कुछ वर्षों में विश्व की कई बड़ी शक्तियों के साथ रिश्ते प्रगाढ़ करने में सफलता पाई है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसे भारतीय कूटनीति की उपलब्धि बताई।
राजनयिक ने कहा, "यह भारतीय कूटनीति की महत्वपूर्ण उपलब्धि रही है कि हम अक्सर प्रतिस्पर्धी शक्तियों के साथ संबंध बनाने में सफल रहे हैं।" जयशंकर के अनुसार, भारत की विदेश नीति के आधार में लोगों के हित, सुरक्षा, सार्वभौमिक शांति और समृद्धि के मुद्दे निहित हैं।
दिसंबर की शुरुआत में जयशंकर से पूछा गया था कि वे सैन्य-तकनीकी सहयोग के संदर्भ में रूस के साथ संबंधों के विकास को कैसे देखते हैं, जब भारत अमेरिका के साथ तकनीकी सहयोग बढ़ रहा है जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता और अंतरिक्ष जैसे संवेदनशील क्षेत्र सम्मिलित हैं।
जयशंकर ने उस पर कहा कि "यह लगभग 60 वर्षों से चला आ रहा संबंध है। इस रिश्ते ने कई बार हमें बचाया है।"