यह घटना अठकोना गांव में हुई, जो पीलीभीत टाइगर रिजर्व जंगल से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित है।
इस बीच लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वन विभाग ने जाल लगाकर सुरक्षा घेरा बनाया और बाघ को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ने का लक्ष्य रखा।
घटना का जो वीडियो ऑनलाइन सामने आया है, उसमें बड़ी बिल्ली को देखने के लिए दर्शकों की भरी भीड़ को देखा जा सकता है। हालाँकि, बाघ ने कथित तौर पर किसी भी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुँचाया है।
बाद में यह खबर सामने आई कि बाद में बाघ को वन अधिकारियों ने बेहोश कर दिया। बेहोश करने के बाद बाघ को पिंजरे में बंद कर दिया गया और वन विभाग की टीम उसको अपने साथ ले गई।
गौरतलब है कि अधिकारियों के अनुसार पिछले महीने पीलीभीत टाइगर रिजर्व के महोफ जंगल के पास अपने पशुओं को चरा रहे एक 60 वर्षीय किसान की कथित तौर पर बाघ के हमले में मौत हो गई थी।