भारत के तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) ने कृष्णा-गोदावरी (KG) बेसिन ब्लॉक केजी-डीडब्ल्यूएन-98/2 में अपनी विशाल गहरे समुद्र परियोजना से कच्चे तेल का उत्पादन शुरू कर दिया है। यह परियोजना पिछले दिनों से देरी और समय सीमा विस्तार से प्रभावित थी।
इस परियोजना से राज्य के स्वामित्व वाली तेल और गैस दिग्गज कंपनी को अपने परिपक्व क्षेत्रों से कुल तेल उत्पादन में गिरावट को रोकने में मदद मिलने की उम्मीद है।
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी ने एक बयान में कहा, “ONGC ने बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित गहरे पानी वाले KG-DWN-98/2 ब्लॉक से ‘फर्स्ट ऑयल’ की सफल शुरुआत की घोषणा की है। इस 98/2 परियोजना से ONGC के कुल तेल और गैस उत्पादन में क्रमशः 11 प्रतिशत और 15 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है।"
इस उत्पादन की खबर के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भी सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि यह आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारे मिशन को बढ़ावा देता है।
उन्होंने लिखा, “यह भारत की ऊर्जा यात्रा में एक उल्लेखनीय कदम है और आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारे मिशन को बढ़ावा देता है। इससे हमारी अर्थव्यवस्था को भी कई लाभ होंगे।”
वहीं पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि इस परियोजना से भारत के तेल और प्राकृतिक गैस के मौजूदा उत्पादन में 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद है।
भारत कच्चे तेल का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है और अपनी 85 प्रतिशत से अधिक आवश्यकता को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भर करता है।