भारतीय सेना के विशेष बल की 25 कर्मियों की एक टुकड़ी भारत-मिस्र संयुक्त विशेष बल अभ्यास "साइक्लोन" के दूसरे संस्करण में भाग लेने के लिए मिस्र पहुंची। दोनों सेनाओं के मध्य यह अभ्यास मिस्र के अंशास में 22 जनवरी को आरंभ होकर 1 फरवरी 2024 को समाप्त होगा।
इस "साइक्लोन"अभ्यास का उद्देश्य रेगिस्तानी या अर्ध रेगिस्तानी इलाकों में विशेष अभियानों की पृष्ठभूमि में दोनों पक्षों को एक-दूसरे की संचालन प्रक्रियाओं से परिचित कराना है। यह अभ्यास दोनों देशों के मध्य सैन्य सहयोग विकसित करने और सामरिक सैन्य अभ्यासों की चर्चा और रिहर्सल के माध्यम से बंधन को प्रबल करने के लिए तैयार किया गया है।
इस "साइक्लोन"अभ्यास का उद्देश्य रेगिस्तानी या अर्ध रेगिस्तानी इलाकों में विशेष अभियानों की पृष्ठभूमि में दोनों पक्षों को एक-दूसरे की संचालन प्रक्रियाओं से परिचित कराना है। यह अभ्यास दोनों देशों के मध्य सैन्य सहयोग विकसित करने और सामरिक सैन्य अभ्यासों की चर्चा और रिहर्सल के माध्यम से बंधन को प्रबल करने के लिए तैयार किया गया है।
इस अभ्यास को तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा। जहां पहले चरण में सैन्य प्रदर्शनियां और सामरिक बातचीत सम्मिलित होगी, वहीं दूसरे चरण में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED), काउंटर IED और कॉम्बैट फर्स्ट एड पर प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। तीसरे और अंतिम चरण में निर्मित क्षेत्र में लड़ाई और बंधक बचाव परिदृश्यों पर आधारित संयुक्त सामरिक अभ्यास शामिल होगा।
यह अभ्यास दोनों टुकड़ियों को अपने संबंधों को प्रबल करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा।
वही दूसरी तरफ भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास "खंजर" का 11वां संस्करण भी हिमाचल प्रदेश के बकलोह में विशेष बल प्रशिक्षण स्कूल में शुरू हो गया है, यह अभ्यास 22 जनवरी से 3 फरवरी 2024 तक चलेगा।
यह अभ्यास दोनों टुकड़ियों को अपने संबंधों को प्रबल करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा।
वही दूसरी तरफ भारत-किर्गिस्तान संयुक्त विशेष बल अभ्यास "खंजर" का 11वां संस्करण भी हिमाचल प्रदेश के बकलोह में विशेष बल प्रशिक्षण स्कूल में शुरू हो गया है, यह अभ्यास 22 जनवरी से 3 फरवरी 2024 तक चलेगा।