रूस के विदेश मंत्री सर्गे लवरोव ने अमेरिकी टेलीविजन चैनल सीबीएस को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका को रूस के साथ किसी भी तरह की राजनीतिक बातचीत में कोई दिलचस्पी नहीं है।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इस धारणा को खारिज कर दिया कि यदि संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पद पर बने रहते तो यूक्रेन की स्थिति अलग तरह से सामने आती।
"वर्तमान अमेरिकी प्रशासन को रूसी संघ के साथ किसी भी राजनीतिक बातचीत में कोई दिलचस्पी नहीं है। साथ ही वे यह नहीं मानते कि अगर ट्रम्प संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए होते तो यूक्रेन के आसपास की स्थिति अलग होती," लवरोव ने कहा।
वहीं सर्गेई लावरोव ने आगे इज़राइल और गाजा के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर बताया कि जब तक फिलिस्तीनी राज्य नहीं बन जाएगा तब तक अरब और मुस्लिम दुनिया के खिलाफ क्रूरता जारी रहेगी।
"फिलिस्तीनी राज्य बनने तक अरब और मुस्लिम दुनिया में अधिक से अधिक क्रूरता होगी। मास्को उन सभी की बात सुनने के लिए तैयार है जो रूसी संघ के खिलाफ यूक्रेन को युद्ध के एक साधन के रूप में उपयोग करने में रुचि न रखते हों," सर्गे लवरोव ने कहा।
अमेरिकी राजनीति पर बात करते हुए लवरोव ने कहा कि अमेरिकी राजनेताओं ने सोवियत संघ के पतन के बाद वाशिंगटन द्वारा अपनाई गई अस्वीकार्य नीतियों से एक भी सबक नहीं सीखा है।
"वाशिंगटन ने एबीएम संधि से हटने के बाद राष्ट्रपति बुश जूनियर के तहत रूसी संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों की नींव को नष्ट करना शुरू कर दिया। संयुक्त राज्य अमेरिका बढ़ती हुई "श्रेष्ठता भावना" और "दंडमुक्ति भावना" का प्रदर्शन कर रहा है," सर्गे लवरोव ने कहा।