कनाडा में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने ग्लोब एंड मेल अखबार को दिए एक साक्षात्कार में भारत और कनाडा विवाद पर बोलते हुए कहा कि सिख अलगाववादी नेता की हत्या के बारे में कनाडा जब तक भारत के साथ सबूत साझा नहीं करेगा, तब तक भारत कनाडा के जांचकर्ताओं को कोई जानकारी नहीं देगा।
"कनाडाई अधिकारियों की मदद के लिए हमें प्रासंगिक और विशिष्ट साक्ष्य की आवश्यकता है। जब तक हम कुछ प्रासंगिक और विशिष्ट नहीं देखते, हमारे लिए कनाडाई अधिकारियों की मदद के लिए कुछ भी करना बेहद मुश्किल होगा," उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने बताया।
उन्होंने यह भी कहा कि उनके कार्यालय को जांच में सहयोग करने के लिए ओटावा से कोई औपचारिक अनुरोध नहीं मिला है।
प्रधानमंत्री ट्रूडो के सभी आरोपों को भारत ने "बेतुका" और "प्रेरित" बताकर खारिज कर दिया था। मारे गए खालिस्तानी अलगाववादी निज्जर को भारत द्वारा साल 2020 में आतंकवादी घोषित किया गया था।
इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी राज्यसभा में कहा था कि कनाडा ने भारत के साथ कोई विशेष सबूत या इनपुट साझा नहीं किया है।
इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी राज्यसभा में कहा था कि कनाडा ने भारत के साथ कोई विशेष सबूत या इनपुट साझा नहीं किया है।