भारतीय सेना ने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया कि उसने उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों (HAA) में निगरानी के लिए हेक्साकॉप्टर टैक्टिकल रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट के लिए पेटेंट प्राप्त कर लिया है।
ड्रोन लाइव वीडियो फ़ीड के साथ गतिविधि को ट्रैक कर सकता है, और औसत समुद्र तल से कम से कम 5,500 मीटर ऊपर से लॉन्च कर सकता है और जमीनी स्तर से न्यूनतम 500 मीटर ऊपर पहुंच सकता है। ड्रोन को 500 लैंडिंग झेलने में सक्षम होना चाहिए, जबकि मानक संस्करण कम से कम 1,000 लैंडिंग तक चल सकता है।
इसके अतिरिक्त सेना के वक्तव्य में कहा गया है कि अब पेटेंट किए गए इस नवाचार का उपयोग सेना द्वारा उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों (HAA) में निगरानी, टोही और पता लगाने के कार्यों को करने के लिए किया जाएगा और इससे फील्ड कमांडरों के लिए यह जानना सुविधाजनक हो जाएगा कि वास्तविक समय में क्या हो रहा है।