शेख हसीना ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन 2024 के मौके पर हुई एक बैठक में यह टिप्पणी की। बांग्लादेशी विदेश मंत्री डॉ हसन महमूद ने बाद में संवाददाताओं से बात करते हुए इसके परिणाम के बारे में जानकारी दी।
डॉ हसन महमूद के अनुसार, शेख हसीना और एस जयशंकर दोनों ने अमेरिकी डॉलर जैसी पश्चिमी मुद्राओं पर निर्भरता कम करने के लिए अपनी मुद्राओं का उपयोग करके द्विपक्षीय व्यापार करने के महत्व को रेखांकित किया।
उन्होंने बांग्लादेश और भारत के मध्य मजबूत द्विपक्षीय संबंधों पर प्रकाश डाला, जो दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के नेतृत्व में बड़े स्तर पर विकसित हुए हैं।
डॉ हसन ने बैठक के दौरान व्यक्त हुए सकारात्मक भावनाओं को दर्शाते हुए कहा कि देशों के बीच संबंध दिन-ब-दिन मजबूत होते जा रहे हैं। उन्होंने विदेश मंत्री जयशंकर को श्रेय देते हुए कहा कि भविष्य में दोनों देशों के मध्य संबंध मजबूत होते रहेंगे।
प्रधानमंत्री शेख हसीना 15 फरवरी को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन 2024 में भाग लेने के लिए तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर म्यूनिख पहुंची। अपनी यात्रा के समापन पर उनकी 19 फरवरी को म्यूनिख से रवाना होकर ढाका लौटने की आशा है।